NLP (Hindi)

Book Price

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IFSC code: PUNB0012610

Book Information

भारतीय भाषा में प्रथम हिन्दी उडिया 'एन.एल.पी.' पुस्तक। 'राजभाषा पुस्तक पुरस्कार', भारत सरकार, से सम्मानित। 'आउटलुक'. 'इंडिया टुडे', 'हिंदुस्तान', 'कादम्बिनी', 'लाइफपॉजिटिव', 'दिव्य हिमाचल'..में रिव्यू प्रकाशित। जनरोटिव बहुआयामी प्रभाव पैदा करनेवाली सब के लिए अत्यंत उपयोगी प्रैक्टिकल हैंडबुक । दर्जनों क्रांतिकारी आधुनिकतम् विधियों ('थी मिनट फास्ट फोबिया क्योर'. 'न्यूरोलॉजिकल लेवल्स', 'आई एसेसिंग क्यू' 'न्यू बिहैवियर जनरेटर', अचेतन सहयोग से मनोसमस्या, रोग निवारण...) से लबालब | पुस्तक से लाभ : त्वरितता से कामयाबी आत्मनियंत्रण, मानसिक स्वास्थ्य, आत्मविश्वास, साहस, आत्मबल और इच्छित मनोवस्था की प्राप्ति सफलता का मॉड्यूल, लक्ष्य पाने के संदेह को ढोस विश्वास में बदलना; व्यावसायिक प्रगति में इजाफा ; अधिक समर्थ स्वप्न्वादी, यथार्थवादी, आलोचक, प्रोफेसनल , काउंसलर, कोच होना ; बहुदिशीय व्यक्तित्व विकास ; विध्वंसकारी नकारात्मक व्यक्तित्व / शख्सियत से मुक्ति ; मानसिक सूक्ष्मता, तीक्ष्णता एवं उच्च रचनात्मक, सृजनात्मक कौशलता; सोच मस्तिष्क नियंत्रण ; बेहतर सोचने, प्रश्न एवं व्यवहार करने की कला; बिन मनोवैज्ञानिक सहायता आत्म-आलोचना, आत्मद्वंदता, दर्दनाक अनुभवों (बालात्कार , आतंकवाद, दुर्घटना.). फोबिया. डर नकारात्मक आदत (पैर हिलाना, बार बार कंधी फेरना...) और पीड़ादायी मानसिक छवियों से स्वतंत्रता ; व्यसन (शराब, सिगरेट, तंबाकू) त्याग में सुगमता ; सही अंग्रेजी स्पेलिग की काबिलियत एवं लर्निग एबल्टी में बढ़ोत्तरी ; शैक्षणिक विषय में आइंस्टीन की तरह प्रतिमा का जन्म ; स्पष्ट जीवन दिशा, माकूल कैरियर चुनने की योग्यता ; बहुपयोगी संवाद कला ; परिचित, अपरिचित से व मंच पर बोलने और साक्षात्कार देने एवं सेल्स, व्यापार में श्रेष्ठता ; अंजान व्यक्ति से पलों में एकमयता और किसी से भी शीघ् संबंधन प्रस्थापन में निपुणता ; अपने प्रति दूसरों में लगाव पैदा करना तथा उनसे अपनी बात मनवाना ; शरीर और आँखों की भाषा पढ़ना ; कम समय में अपने व अन्य में निहित सत्य का संज्ञान ; बगैर हस्तक्षेप निष्पक्षता से न्याय, निर्णय करने और संभावित झूठ पकड़ने एवं बॉडी लैंग्वेज तथा भाषायी व गैर-भाषागत संवाद पढ़ने में सिद्धहस्तता ; उन्नत मनोदृष्टि तथा विजन व अनेकानेक बहुत हितकारी चित्रांकन।

अध्यायों की लिस्ट (अनुक्रम)

भाग 1 : आत्म प्रेरणा एवं सफलता का आधारशिला

  • अध्याय 1 सफलता का मॉड्यूल - गति प्रगति चारों ओर

भाग 2 : संवाद बाह्य और आंतरिक दुनिया के मध्य

  • अध्याय 2. शरीर क्यों, कैसे और क्या बोले !
  • अध्याय 3. सोच और मस्तिष्क नियंत्रण
  • अध्याय 4. आँखों से हृदय में प्रवेश
  • अध्याय 5. उजाला बुद्धिमानी, रचनात्मकता का और संज्ञान सत्य का

भाग 3 : आत्मोत्थान

  • अध्याय 6. प्रतिभा विकास
  • अध्याय 7. बहुमुखी आत्मोन्नति एवं जागरण
  • अध्याय 8. प्रज्वलन आत्मशक्ति का एवं व्यवहार नियंत्रण

भाग 4 : दिशा निर्धारण, जीतना

  • अध्याय 9. कैसे सोचूँ किस दिशा जाऊँ?
  • अध्याय 10. विजय प्रतिरोध पर

भाग 5 : समय है अपने हानिकारक बंधनों को तोड़ने का

  • अध्याय 11. धवल रंग
  • अध्याय 12. 'खुदी' की बुलन्दी

शब्दावली (Glossary)

समीक्षा

"अपने शीर्षक को उचित ठहराते हुए यह किताब आपको आत्मविश्वास देती है कि आप अपनी सफलता की बागडोर अपने हाथों में थाम सके। यदि आप जीवन में सफलता प्राप्त करने को लेकर गंभीर हैं तो यह उसे प्राप्त करने की शत-प्रतिशत गारंटी देता है।"

-लाइफपॉजिटिव (दिसंबर 2014. पूरे पृष्ट में लगभग 500 शब्दो में)

"'एन.एल.पी.' पर हिंदुस्तान में और हिंदी में इसे अपने ढंग की पहली किताब कहा जा सकता है। उम्मीद है कि जीवन में कामयाबी के साथ आगे बढ़ने में पुस्तक भरपूर मदद देगी।"

-कादम्बिनी (फरवरी, 2016)

"इस पुस्तक का पूरा नाम वैसे तो 'NLP द्वारा 100 प्रतिशत आत्मविश्वास और सफलता' है, पर इसे केवल मानसिक स्वास्थ्य से सफलता कहा जाए तो गलत नहीं होगा।"

-आउटलुक (13.02.17)

"आपकी समस्या कोई भी क्यों न हो, 'एन.एल.पी.' उसका सतही हल देने के स्थान पर जड़ से दूरगामी, बहुआयामी और स्थायी हल देती है। इसमें आत्म-मूल्यांकन, दिशा निर्धारण व उदेश्य से सबंधित विभिन्न मॉडल और अभ्यास प्रस्तुत है।"

-दिव्य हिमाचल (13.09.15, धर्मशाला, चंडीगढ़, शिमला)

"पुस्तक का लक्ष्य अपने विचार व्यवहार को अनुशासित कर भौतिक लाभ कमाने के लिए पाठकों को प्रेरित करना है"

-हिन्दुस्तान (18.09.16)

"अशोक गुप्ता की यह पुस्तक उनके 'एन.एल.पी.' संबंधित उद्देश्य को पूरा करने का बड़ा माध्यम है"

-परिकल्पना, ई-मैगजीन

प्रशंसापत्र

"श्री अशोक गुप्ता जी ने NLP ने जैसे गूढ़ विषय को सरलता व सहजता के साथ भारत के हिन्दी भाषी पाठकों के लिए प्रस्तुत किया है, यह संभवत: हिन्दी भाषा में पहली प्रमाणिक पुस्तक है जिसमें इस विषय के साथ पूर्ण न्याय करते हुए विद्वतापूर्ण शोधपूर्ण लेखन किया गया है।"

-राकेश मित्तल (मुख्य केंद्रीय प्रभारी, पतंजलि योग समिति, हरिद्वार)

"यह पुस्तक अनेक सत्य उदाहरणों, अनुभव से प्राप्त ज्ञान, तथा दर्जनों तकनीकों से युक्त अत्यंत रोचक विवरणों का भंडार है। निश्चित रूप से यह पुस्तक पाठकों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव एवं उनके संवाद प्रणाली, मानसिक शक्ति एवं शारीरिक क्षमता में अत्यधिक उत्थान लाने के काबिल हैं।

-डा. आनंद श्रीवास्तव, (अनेक ग्रंथो के रचनाकार, अंतर्राष्ट्रीय संस्कृत विद्वान)

"जाने माने मनोविद श्री अशोक गुप्ता को कोटिश बधाई। यह पुस्तक मानसिक स्वास्थ्य के बल पर जीवन में सर्वश्रेष्ठ करने की क्षमता विकसित करनेवाली प्रत्येक व्यक्ति के लिए उपयोगी, मस्तिष्क के स्वामी बनने के लिए आवश्यक और व्यक्तित्व निर्माण की दिशा में आवश्यक कदम है और मनोवैज्ञानिक शोधार्थियों / विद्यार्थियों के लिए उपयोगी। वर्णित व्यावहारिक ज्ञान सफलता, आत्मनियंत्रण आत्मविश्लेषण और आत्मविश्वास पाने के लिए मील का पत्थर है। उन्होंने अनेक ऐसी छोटी-छोटी बातों की ओर पाठकों का ध्यान आकृष्ट किया है जिनकी आर व्यवहारिक पक्ष में हम विचार भी नहीं करते।"

-डा अमिता दुबे, (संपादक, 'उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान')

"श्रेष्ठ पठन सामग्री से युक्त सब के द्वारा अवश्य पढ़ऩेवाली पुस्तक।"

-सुयश मिश्रा, संस्थापक. 'माइंड बॉडी स्पिरिट' यूट्यूब चैनल, 88000 सब्सक्राइबर, ('एमेजन.काम' में '5-स्टार')

"पिछले दिनों आपकी पुस्तक" NLP द्वारा 100% आत्मविश्वास और सफलता" पढ़ने को मिली। NLP पर मैं पिछले दिनों हिंदी सामग्री ढूंढ रहा था, मेरे अवचेतन सन ने मुझे आपकी यह पुस्तक दिलाया। इसने मुझे 'एन.एल.पी.' के लिए पागलपन के हद तक दीवाना बना दिया।"

-अरुणेंद्र सोनी, (विख्यात मोटिवेशनल वक्ता , कानपुर)

"मात्र रू 150 में उपलब्ध इस गागर में सागर पुस्तक में वह सब कुछ उपलब्ध है, जो आमतौर पर रु 10000/- से रु. 40000/- में प्राप्त है।"

-पंचम सिंह चौहान,(हरिद्वार)

“यदि स्वयं में वृहद आत्मोथान लाना चाहते हैं, अपनी तमाम नकारात्मकताओ से पिंड छुड़ाना चाहते हैं और सफलता के साथ जिंदगी बेहतरीन व प्रगतिशील बनाना चाहते हैं और व्यावसायिक उन्नति के आकांक्षी हैं, तब महान रचना यह किताब निश्चित रूप से आपके लिए है।”

-डा. नलिन मिश्रा, (प्रसिद्ध सर्जन)

“आत्मविश्वास व आत्मविकास वास्ते एक अत्योत्तम पुस्तक।”

-आकाश केसरवानी,साफ्टवेयर इंजिनियर, इंग्लैंड (‘एमेजन.काम’ में ‘4-स्टार’)

“सचमुच विश्वास ही नहीं होता कि 'एन.एल.पी.' को हिन्दी में ऐसा प्रमाणिक, वैज्ञानिक तथा सरल रूप में लिखा जा सकता है। अनमोल धरोहर है यह। अशोक गुप्ता को कोटि-कोटि धन्यवाद।"

-अजय कुमार मिश्रा,(रायपुर, छत्तीशगढ)

"'एन.एल.पी.' जैसे विषय को आसान हिन्दी भाषा में पहली बार भारत में लाने का श्रेय अशोक गुप्ता जी को जाता है। यह अदभुत पुस्तक व्यक्ति को मानसिक रूप से न केवल बेहतर बनाती है, बल्कि उसे तनाव, मानसिक अवसाद जैसी स्थिति से भी बाहर लाने में बहुत कारगर है। इसके अलावा यह पुस्तक व्यक्तित्व विकास में भी सहायक है। परिणामस्वरूप-प्रेरणा, आत्मविश्वास, आत्ममंथन, आत्म अनुशासन, रचनात्मक सोच में विकास एवं लेखन में अपनी बात स्पष्ट एवं प्रभावशाली ढंग से कैसे कहें इत्यादि विषय को भी बेहतर तरीके से छूते हैं। निश्चित ही यह पुस्तक व्यक्तित्व विकास में एक मील का पत्थर है।"

-दिनेश कुशवाहा,अनेक पुरस्कृत पुस्तकों के प्रकाशक (‘एमेजन.काम’ में ‘5-स्टार’)

"कमाल की किताब, ऐसी बुक अभी तक पढ़ी नहीं !"

-सुदीप त्रिपाठी,(रेकी मास्टर, भिंड, म.प्र )

"मैं 'एन.एल.पी.' सीखने मुबंई गया वहाँ उन्होंने 1 लाख रूपया चार्ज बताया, मैं वापस लौट आया। तभी मैंने इस एक अमूल्य धरोहर को देखा। इससे मेरे जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आया।"

-योगाचार्य उमाकांतजी कनाडे,(मेडिकल एस्ट्राॅलाॅजिस्ट, केरल )

"यह अति उत्तम पुस्तक है। मैंने डर, फोबिया दूर करने की VAK प्रणाली और पेसिंग पद्धति अत्यधिक पंसद किया। अशोक गुप्ता को तहे दिल से धन्यवाद।"

-ऐ. अत्तार,(इंजिनियर)

"केवल एक शब्द 'अति उत्तम' ।"

-विकास जैन,(‘एमेजन.काम’ में ‘5-स्टार’):

"'एन.एल.पी.' पर सबसे बेहतरीन पुस्तक।"

-राजेंद्र सुतर,( प्रशिक्षक, ‘क्रिएटिव माइंड 'एन.एल.पी.' सेंटर, मुंबई )

"मैं प्रसिद्ध मेमोरी एक्सपर्ट विश्वरूप चौधरी के मातहत प्रशिक्षक रहा। इस किताब में व्यक्तिगत् व प्रोफेशनल विकास के लिए अति प्रभावी तकनीको का उल्लेख है। समान्य व्यक्ति, काउंसलर, कोच, प्रशिक्षक एवं व्यावसायिक वयक्तियों के लिए अत्यंत जरूरी।"

-अजय गुप्ता,( कानपुर )

"आत्मविश्वास का स्तंभ खड़ा करने वाली एकमात्र एवं सभी के लिए अवश्य पढ़नेवाली पुस्तक।"

-डा. मंजु रंगलानी, लखनऊ,( ‘एमेजन.काम’ में ‘5-स्टार’ )

“मैं इसे 2014 से पढ़ रहा। मैंने इसकी बाइंडिग करा लिया, ताकि उसे सहजता से रख सकूं । जगह-जगह इसकी प्रशंसा की आकांक्षा है।"

-आशीष शर्मा,( जबलपुर, म.प्र., मनोस्वास्थ्य कंसल्टेंट )

"बहुत ही अच्छी पुस्तक।"

-सुमित केसरवानी, साफ्टवेयर इंजिनियर, ( ‘एमेजन.काम’ में ‘5-स्टार’ )

"विस्मयकारी सामग्री से भरपूर।"

-अमित अग्रवाल, बैंक अधिकारी, मुंबई ( ‘एमेजन.काम’ में ‘5-स्टार’ )

"हिन्दी में बेहतरीन पुस्तक।"

-दीपक चंद्रचूड (‘एमेजन.काम’ में ‘5-स्टार’)

"हिन्दी में अति सरल भाषा में आत्मविश्वास के विकास वास्ते उपयोगी किताब।"

-अतुल आनंद (‘एमेजन.काम’ में ‘5-स्टार’)

"प्रेरणा के लिए बढ़िया पुस्तक।"

-प्रफ़ुल्ल (‘एमेजन.काम’ में ‘5-स्टार’)

"बहुत लाभकारी और ज्ञानवर्धक सामग्री से भरपूर।"

-एक एमेजान ग्राहक ('एमेजन.काम' में '3-स्टार')

"मैने इसके द्वारा दिए ज्ञान को बहुत पसंद किया, इस पुस्तक को दूसरे भाषा, जैसे मराठी, में होना चाहिए।"

-एक एमेजान ग्राहक ('एमेजन.काम' में '4-स्टार')

"‘एन.एल.पी.’ पर आपकी यह पुस्तक अति लाभकारी एवं सर्वोत्तम लगी।"

-डा. अजय सिंह, मेडिकल प्रैक्टिशनर, मुजफ्फरनगर